safar 2 line shayari
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर !!
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया !!
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा !!
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा !!
दिल से मांगी जाए तो हर दुआ में असर होता है !!
मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं !!
जिनकी जिंदगी में सफ़र होता है !!
मुसीबतें लाख आएंगी जिंदगी की राहों में रखना तू सबर !!
मिल जाएगी तुझे मंजिल इक दिन बस जारी रखना तू सफ़र !!
safar shayari english in hindi
किसी को मंज़िल की भूख है तो किसी को पैसों की प्यास है !!
पर सच कहूँ तो मेरे लिए ये सफर ही ख़ास है !!
ऑफिस के एक कमरे को अपनी दुनिया बनाने से !!
बस पैसे मिलते है पर पूरी दुनिया घूम कर उसे ही !!
अपना घर बना लो तो ख़ुशी मिल जाती है !!
कहीं जाना चाहते हैं तो आज चले जाए !!
क्यूंकि किसी ने सच ही कहा है क्या पता कल हो ना हो !!
safar shayari 2 lines
पहाड़ों के बीच ऐशो-आराम की चीज़ें तो नहीं मिलती !!
मगर आराम और चैन ज़रूर मिल जाता है !!
वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती !!
जिसका सफर कठिन नहीं होता !!
ज़िन्दगी एक सफर है !!
यहाँ घूमना फिरना ज़रूरी है !!