new urdu shayari
मुझे रेत से क्या लेना देना !!
जहाँ तू नहीं
वो हर जगह रेगिस्तान है !!
रूह छूकर कोई गुजरे तो मुहब्बत कहना !!
जिस्म छूकर तो हवाएँ भी गुज़रती है !!
छोड़ दिया हमने तेरे ख्यालों में जीना !!
अब हम लोगों से नहीं लोग हमसे मोहब्बत करते है !!
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना !!
जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी !!
एक रोज़ कोई आएगा सारी फ़ुरसते लेकर !!
एक रोज़ हम कहेंगे ज़रूरत नही रही !!
new year par shayari
दुनिया क्या सोचेगी !!
ये मै कभी नहीं सोचता !!
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे !!
मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे !!
हमें तुमसे मोहब्बत है यह हम इकरार करते हैं !!
जिसे हम पहले बयां ना कर सके आज वो इज़हार करते हैं !!
सुना है मोहब्बत का शौक़ नहीं है तुम्हें !!
पर बर्बाद तुम क़माल का करते हो !!
ये जीवन है साहब
उलझेंगे नही तो सुलझेंगे कैसे !!
और बिखरेंगे नहीं तो निखरेंगे कैसे !!